जशपुर : सीपीआर जागरूकता सप्ताह के तहत कन्या महाविद्यालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
प्रदेश उजाला जशपुर। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशानुसार पूरे देश में सीपीआर जागरूकता सप्ताह (13 से 17 अक्टूबर 2025) मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में जशपुर जिले में कलेक्टर एवं अध्यक्ष भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जशपुर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन में लोगों को सीपीआर के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
इस क्रम में दिनांक 14 अक्टूबर को शासकीय विजय भूषण सिंह देव कन्या महाविद्यालय जशपुर में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जिला शाखा जशपुर द्वारा सीपीआर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) के प्रति प्रशिक्षण और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना रहा।
कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर श्री रुपेश कुमार पाणिग्राही, जिला रेडक्रॉस अधिकारी एवं जिला समन्वयक, ने छात्राओं को हार्ट अटैक के कारण, उससे बचाव के उपाय, सावधानियां और सीपीआर देने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उनके सहयोगी श्री वृत नारायण भगत ने डमी के माध्यम से सीपीआर का प्रायोगिक प्रदर्शन (डेमो) दिया और छात्राओं से सीपीआर प्रैक्टिकल भी करवाया।
श्री पाणिग्राही ने बताया कि समय पर सीपीआर शुरू करने से व्यक्ति के मस्तिष्क और हृदय को ऑक्सीजन मिलती रहती है, जिससे उसकी जान बचाई जा सकती है। दुर्घटना, डूबने, करंट लगने या हार्ट अटैक जैसी स्थिति में यदि हृदय रुकने के 4–5 मिनट के भीतर सीपीआर दिया जाए, तो व्यक्ति के जीवित बचने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
उन्होंने यह भी कहा कि सीपीआर केवल डॉक्टरों या नर्सों के लिए नहीं, बल्कि हर आम नागरिक को भी सीखना आवश्यक है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके।
भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव डॉ. जी. एस. जात्रा ने बताया कि जिलेभर में सीपीआर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आगामी कार्यक्रमों के तहत —
15 अक्टूबर को जिला पंचायत भवन जशपुर के ऑडिटोरियम में,16 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में,तथा 17 अक्टूबर को कलेक्टोरेट कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारियों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कार्यक्रम में प्रभारी प्राचार्य श्री द्विवेदी, महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, लगभग 170 छात्राएं, एवं भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के श्री बीरेंद्र भगत उपस्थित रहे।