सद्भावना वर्ष में परोपकार की मिसाल — तिब्बती दंपत्ति लोबसंग और तेनजिन ने 131 नन्हें बच्चों को बांटे स्वेटर

मैनपाट_तिब्बती समुदाय के सर्वोच्च धर्मगुरु एवं नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित महामहिम दलाई लामा के 90 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में तिब्बती समाज वर्ष 2025 को “सद्भावना वर्ष” के रूप में मना रहा है। इस अवसर को स्नेह, मानवता, परोपकार और सामाजिक एकता के कार्यों को समर्पित किया जा रहा है।
इसी श्रृंखला में मैनपाट के कैंप क्रमांक-06 के 84 वर्षीय लोबसंग और उनकी 82 वर्षीय धर्मपत्नी तेनजिन ने एक सराहनीय पहल करते हुए संकुल केंद्र सरभंजा अंतर्गत संचालित तीन विद्यालयों के बच्चों को गर्म स्वेटर वितरित किए।
इस दौरान —
प्राथमिक शाला सरभंजा के 80,
प्राथमिक शाला ललेया के 39,
और प्राथमिक शाला सराईकिरचा के 12
बच्चों सहित कुल 131 नन्हें बच्चों को स्वेटर प्रदान किए गए।

स्वेटर प्राप्त करते ही बच्चों के चेहरों पर खुशी और उल्लास झलक उठा। इस नेक कार्य ने न केवल ठंड के मौसम में बच्चों को राहत दी, बल्कि समाज में मानवीय संवेदना और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित किया।
संकुल समन्वयक के.के. घोष ने तिब्बती समाज की इस पहल के प्रति गहरा आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्य सामाजिक एकता और परोपकार की सजीव मिसाल है। उन्होंने बताया कि इस पहल में लोबसंग की पुत्री नूरसे दावा का भी विशेष योगदान रहा, जिन्होंने इस कार्य को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
तिब्बती समाज द्वारा किया गया यह स्वेटर वितरण कार्यक्रम न केवल मानवीय सेवा का उदाहरण बना, बल्कि “सद्भावना वर्ष” की भावना को भी सार्थक रूप से मूर्त रूप प्रदान किया।




