गनियारी डबल मर्डर का खुलासा: अवैध संबंध और धमकी से डरा युवक बना कातिल, दादी-पोती की बेरहमी से हत्या

दुर्ग। ज़िले के ग्राम गनियारी में डेढ़ साल पहले हुई दादी और पोती की दोहरी हत्या के बहुचर्चित मामले का आखिरकार पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। दोनों की लाशें उनके घर में खून से लथपथ हालत में मिली थीं। मामले की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को करीब डेढ़ साल तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हत्या पूरी सोची-समझी साजिश के तहत की गई थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अभी फरार है।घटना 6-7 मार्च 2024 की रात की है, जब वृद्धा और उसकी नाबालिग पोती की उनके घर में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। दोनों के शरीर पर धारदार और भोथरे हथियारों से किए गए वारों के कई निशान मिले थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारी, एफएसएल, फिंगरप्रिंट, डॉग स्क्वाड और विशेष जांच दल मौके पर पहुंचे और विस्तृत जांच शुरू की।
पुलिस ने इस मामले में 62 संदिग्धों से पूछताछ की। अहमदाबाद और रायपुर में संदिग्धों के ब्रेन मैपिंग, पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट भी कराए गए। रिपोर्ट और पूछताछ के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी चुमेन्द्र निषाद और उसके साथी पंकज निषाद को गिरफ्तार किया है।
जांच में खुलासा हुआ कि चुमेन्द्र के नाबालिग मृतका से अवैध संबंध थे। इसी बीच उसकी सगाई हो जाने से नाबालिग ने उसे धमकाया कि वह यह बात सबको बता देगी। इससे घबराकर चुमेन्द्र ने अपने शराब तस्करी के साथी पंकज और एक अन्य आरोपी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
घटना की रात चुमेन्द्र ने नाबालिग को शादी का झांसा देकर बाहर बुलाया, और इंकार करने पर टंगीया से हमला कर उसकी हत्या कर दी। शोर मचाने पर दादी को भी चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद आरोपी हथियार धोकर घर लौट गए।पुलिस ने चुमेन्द्र की निशानदेही पर चाकू, मोबाइल और स्कॉर्पियो वाहन जब्त किया है। तीसरे आरोपी की तलाश अभी जारी है। इस खुलासे के साथ डेढ़ साल पुराने गनियारी हत्याकांड का रहस्य आखिरकार सुलझ गया है।