
दुर्ग_सृजन के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती बुधवार को पूरे प्रदेश में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई गई। इसी कड़ी में दुर्ग जिले के हाथखोज स्थित एचटीसी परिसर में भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापना और पूजन-अर्चन से हुई। एचटीसी के डायरेक्टर इंद्रजीत सिंह और उनकी टीम ने विधिवत पूजा कर प्रदेश और समाज की सुरक्षा, समृद्धि और शांति की कामना की।
इस अवसर पर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि सृष्टि के रचयिता भगवान विश्वकर्मा केवल लोहे और औजारों के ही देवता नहीं हैं, बल्कि वे हर इंसान के लिए प्रेरणास्रोत और भगवान हैं। उन्होंने विश्वकर्मा जी को सृष्टि निर्माण का प्रतीक बताते हुए सभी को जयंती की शुभकामनाएं दीं।
सिंह ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती का महत्व केवल भारत तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि पूरे विश्व में इसे धूमधाम से मनाया जाना चाहिए।
आयोजन के तहत परिसर में भगवान विश्वकर्मा जी की प्रतिमा स्थापित की गई। यह प्रतिमा श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखी गई, जिसका कल विधिविधान के साथ विसर्जन किया जाएगा। श्रद्धालुओं और आगंतुकों के लिए 10,000 लोगों के लिए विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।
सुबह से ही परिसर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी, लोग श्रद्धा और भक्ति भाव से भगवान विश्वकर्मा की आराधना करते नजर आए।पूरे कार्यक्रम में भक्तिमय माहौल बना रहा। आयोजन समिति और एचटीसी परिवार की ओर से आगंतुकों के स्वागत के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थीं। विश्वकर्मा जयंती पर आयोजित इस भव्य कार्यक्रम ने लोगों को एकता और श्रद्धा के संदेश के साथ जुड़ने का अवसर दिया।