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बतौली महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव पर हुआ विविध कार्यक्रम

बतौली महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव पर हुआ विविध कार्यक्रम

रंगोली, पोस्टर प्रतियोगिता सहित विविध कार्यक्रमों में विद्यार्थियों ने किया बेहतर प्रदर्शन

अम्बिकापुर / छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर प्रदेश में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी पर शासकीय महाविद्यालय बतौली में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में तहसील के नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार कंवर कार्यशाला की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य प्रो. तारा सिंह मरावी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी शरद चंद्र मेषपाल, साक्षर भारत के विकासखंड परियोजना अधिकारी उमेश गुप्ता, प्रो. बलराम चंद्राकर, प्रो. शुभांगी भगत, प्रो. मधुलिका तिग्गा, प्रो. जिवियन खेस्स एवं शिल्पी एक्का उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना एवं राजकीय गीत के साथ हुआ।

छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते तहसीलदार श्री कंवर ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक समृद्धशाली राज्य है जो प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है यहां की परंपराएं गौरवशाली है। वहीं विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री शरद चंद्र मेषपाल ने छत्तीसगढ़ राज्य के युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए ज्ञान अर्जित करते हुए नशा से दूर रहने हेतु प्रेरित किया।

कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी ने किया। कार्यशाला में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें सभी संकायों के विद्यार्थियों ने सहभागिता किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का प्रस्तुतीकरण रोचक ढंग से किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों के द्वारा विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें सुआ, कर्मा, ददरिया, जनऊला जैसे छत्तीसगढ़ के पारंपरिक कार्यक्रम शामिल थे। प्रभारी प्राचार्य प्रो. तारा सिंह मरावी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य के प्राकृतिक संसाधनों की जानकारी देते हुए यहां के जनजीवन का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया।

विद्यार्थियों के द्वारा रंगोली प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ संस्कृति के विविध रूपों का चित्रण अपने रंगों के द्वारा किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में भी विद्यार्थियों ने अपने सृजनशील को रंगों के माध्यम से कैनवास में उतारा। कार्यशाला के अंत में आभार प्रकट वनस्पति विभाग की प्राध्यापिका सुश्री मधुलिका तिग्गा ने किया किया। कार्यक्रम में हिंदी साहित्य विकास परिषद, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं स्वीप के कैंपस एंबेसडर सहित विज्ञान, कला एवं वाणिज्य संकाय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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