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शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय का “कुल उत्सव” विवादों में , डिग्री कॉलेज के कमरों में सिमटा आयोजन, छात्रों में आक्रोश

रायगढ़/वीपीएम : स्थापना के बाद से ही संसाधनों की कमी से जूझ रहा शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय (एसएनपीवी) अब अपने “कुल उत्सव” जैसे बड़े कार्यक्रम तक कॉलेज के कमरों में कराने को मजबूर हो गया है। रायगढ़ के किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम ने विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्था की पोल खोल दी है।

विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित यह “कुल उत्सव” आयोजन से ज्यादा औपचारिकता निभाने जैसा प्रतीत हुआ। आयोजन से ठीक एक दिन पहले कमेटी गठित की गई, न तो पर्याप्त प्रचार-प्रसार हुआ और न ही छात्र-छात्राओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई।

कमरों में सिमटा ‘कुल उत्सव

जहाँ विश्वविद्यालय-स्तर के आयोजन किसी ऑडिटोरियम या सभागार में होने चाहिए, वहीं यह कार्यक्रम कॉलेज के सामान्य कक्षों में निपटा दिया गया। संसाधनों की कमी और प्रबंधन की असमर्थता साफ झलकती रही। भाषण, निबंध, चित्रकला और लोकनृत्य जैसी प्रतियोगिताएँ बिना दर्शकों और बिना पारदर्शिता के कराई गईं।

कॉलेज छात्रों को ही नहीं मिली एंट्री

सबसे हैरानी की बात यह रही कि आयोजन स्थल पर कॉलेज के ही छात्रों को प्रवेश से रोक दिया गया। जब छात्र-छात्राओं ने विरोध जताया, तो विवाद बढ़ गया। हालात तब और बिगड़ गए जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने मौके पर पहुंचकर छात्रों का समर्थन किया और विश्वविद्यालय प्रशासन व आयोजन समिति पर भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप लगाए।

प्रशासन की सफाई और सवाल

कॉलेज प्राचार्य ने सफाई देते हुए कहा कि “कॉलेज परिसर का उपयोग केवल स्थान की कमी के कारण किया गया है।”

लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा विश्वविद्यालय, जो प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों का नेतृत्व करता है, क्या खुद के लिए एक उचित आयोजन स्थल तक नहीं जुटा सकता?

विश्वविद्यालय की साख पर प्रश्नचिन्ह

यह पूरा घटनाक्रम शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जिस संस्थान से संसाधन, पारदर्शिता और बेहतर प्रबंधन की उम्मीद की जाती है, वही संस्था आज अपने ही कुल उत्सव को “कमरे की चार दीवारों” में सिमटा देने को मजबूर है। यह न सिर्फ विश्वविद्यालय की साख पर धब्बा है, बल्कि छात्रों के भविष्य और अकादमिक माहौल पर भी प्रश्नचिन्ह छोड़ता है।

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