भिलाई इस्पात संयंत्र में लिफ्टर हड़ताल खत्म, तीन दिन खड़े रहे 1500-2000 ट्रक

भिलाई इस्पात संयंत्र में पिछले तीन दिनों से लिफ्टरों की हड़ताल के कारण ट्रक-ट्रेलरों का संचालन पूरी तरह ठप रहा। इस दौरान लगभग 1500 से 2000 गाड़ियां संयंत्र के मेन गेट पर खड़ी रही, जिससे ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन और संयंत्र दोनों को करोड़ों का आर्थिक नुकसान हुआ।
एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने बताया कि रोलिंग मिल से माल परचेस का पूरा कार्य लिफ्टरों के जिम्मे रहता है और वे ही गाड़ियों का इन-आउट संभालते हैं। हाल ही में एक ड्राइवर की गलती के चलते कुछ लिफ्टरों को ब्लैकलिस्ट किए जाने के विरोध में हड़ताल की गई।
समस्या के समाधान के लिए ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन के पदाधिकारी ईडी वर्क्स राकेश कुमार से मिले। राकेश कुमार ने लिफ्टरों से बातचीत कर हड़ताल समाप्त करने का अनुरोध किया और आश्वासन दिया कि भविष्य में समस्या होने पर लिफ्टर अपनी बात रख सकते हैं।
बैठक में संगठन के संरक्षक महेंद्र सिंह, सुधीर सिंह, अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, कार्यकारिणी अध्यक्ष अनिल चौधरी, महासचिव मलकीत सिंह, कोषाध्यक्ष योगा राव, सह सचिव शाहनवाज कुरैशी और स्टील लिफ्टर धनजय, दिनेश अग्रवाल, प्रेम कुमार, दिलीप खटवानी, बलजीन्दर सिंह उपस्थित थे।
एसोसिएशन ने यह भी मांग की कि 60 साल से ऊपर के लिफ्टरों को गेट पास पर साइन करने और गाड़ियों को अंदर-बाहर करने से रोके जाने वाले नियम को पुनर्विचार किया जाए और रोलिंग मिल में एक के बजाय दो गेट खोलकर ट्रैफिक दबाव कम किया जाए।
तीन दिन की हड़ताल समाप्त होने के बाद अब गाड़ियों को संयंत्र के अंदर भेजा जा रहा है और उत्पादन तथा सप्लाई चेन को फिर से सामान्य किया जा रहा है।