श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी पर्व पर भव्य नगर कीर्तन, भाईचारे और एकता का संदेश

भिलाई_शहीदां के सरताज, नौवें गुरु धन-धन श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी पर्व के अवसर पर एक भव्य नगर कीर्तन यात्रा का आयोजन किया गया। यह ऐतिहासिक नगर कीर्तन असम के धुबरी स्थित श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के पावन गुरुद्वारा साहिब से रवाना होकर छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों से होता हुआ आज सुबह कुम्हारी पहुंचा।
छत्तीसगढ़ सिख पंचायत भिलाई और यूथ सिख सेवा समिति भिलाई की अगुवाई में इस नगर कीर्तन का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। कुम्हारी टोल प्लाजा से लेकर नगर के हर चौक-चौराहे पर विशेष व्यवस्था की गई थी, जहां नगर कीर्तन 10-10 मिनट के लिए रुककर संगत को दर्शन का अवसर दिया गया। कार्यक्रम में सिख समाज के साथ अन्य समाजों के लोगों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और भाईचारे का संदेश दिया। मुस्लिम समाज समेत विभिन्न समुदायों ने मिलकर संगत का अभिनंदन किया।
यूथ सिख समाज के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने बताया कि यह यात्रा शहीदों के सरदार गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत को समर्पित है। असम से शुरू होकर यह यात्रा पूरे देश का भ्रमण करेगी और अंततः पंजाब के आनंदपुर साहिब में 21 नवंबर को संपन्न होगी। तीन महीने तक चलने वाली यह यात्रा सिख समाज की ओर से पूरे देश में सद्भावना, भाईचारा और एकता का संदेश देने का प्रयास है।
सिख समाज के चेयरमैन जसबीर सिंह चहल ने कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज और आने वाली पीढ़ियों को गुरु तेग बहादुर साहिब जी के बलिदान और उनके योगदान से अवगत कराना है। दुर्ग-भिलाई में संगत का स्वागत बड़े श्रद्धा और भव्यता के साथ किया गया। सुबह से ही हर जगह गुरु की महिमा का कीर्तन गूंजता रहा और संगत ने दर्शन कर आत्मिक शांति का अनुभव किया।
इस अवसर पर यूथ सिख सेवा समिति भिलाई के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू , कोषाध्यक्ष मलकीत सिंह, महासचिव जसवंत सिंह सैनी, सचिव हरपाल सिंह, हरजिंदर सिंह, यशदीप सिंह, सोम सिंह और समिति के अन्य पदाधिकारी व सदस्यों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।