जंगली हाथियों से हो रही तबाही, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के नेतृत्व में सौंपा गया ज्ञापन

सीतापुर:- सरगुजा जिले में लगातार जंगली हाथियों के आतंक से ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है। फसल, मकान और जानमाल की हो रही क्षति को लेकर आज पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के नेतृत्व में ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, वनमंत्री केदार कश्यप, पीसीसीएफ और वनमंडल अधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि माइनिंग और जंगल क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों के चलते जंगली हाथी लगातार गांवों में प्रवेश कर रहे हैं। इसके कारण मानव-हाथी द्वंद्व की घटनाएँ कई गुना बढ़ गई हैं। आए दिन लोगों की मौत, फसल नुकसान और मकान तोड़े जाने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। वहीं सरकार से मिलने वाली मौजूदा राहत राशि “ना के बराबर” बताई गई।
प्रमुख मांगें
1. हाथी हमले में मौत पर 24 घंटे के भीतर 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए।
2. पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले।
3. खेतों में खड़ी फसल को हाथियों द्वारा नष्ट किए जाने पर प्रति एकड़ उपज का दोगुना नगद मुआवजा दिया जाए।
4. मकान क्षति पर वास्तविक लागत के आधार पर मुआवजा दिया जाए।
5. प्रभावित क्षेत्रों में रात में प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
6. हाथी प्रभावित गांवों में जनजागरूकता शिविर आयोजित किए जाएं।
7. पीड़ित परिवारों को प्रमाणित चिकित्सा व पुनर्वास व्यवस्था दी जाए।
8. वन विभाग की पूर्व से संचालित योजनाओं का सही क्रियान्वयन किया जाए।
9. जंगली हाथियों की ड्रोन तकनीक से निगरानी कर ग्रामीणों को समय पर सूचना दी जाए।
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि यदि सरकार शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाती तो ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।