भाजपा सांसद-विधायकों का प्रशिक्षण शिविर शुरू, वन विभाग की लापरवाही से बिजली विभाग परेशान

मैनपाट | मैनपाट में आज से भारतीय जनता पार्टी का तीन दिवसीय आवासीय सांसद-विधायक प्रशिक्षण सह चिंतन शिविर शुरू हो गया है। इस शिविर में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ केंद्र सरकार के मंत्री, सांसद एवं विधायक शामिल हो रहे हैं। पूरे कार्यक्रम के लिए मैनपाट के सभी वन विभागीय रेस्ट हाउस से लेकर निजी होटलों तक की बुकिंग की जा चुकी है।
शिविर को लेकर जहां बिजली विभाग ने व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखने के लिए पूरी तैयारी की है, वहीं वन विभाग की लापरवाही सामने आई है। वन विभाग के रेस्ट हाउस में लगे डीजल जेनरेटर (डीजी) को जर्जर भवन में रखा गया, जिससे बारिश का पानी सीधे डीजी पर गिरने लगा। इससे विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति बन गई।
बिजली व्यवस्था बनाए रखने के लिए विद्युत विभाग के आला अधिकारियों से लेकर सहायक यंत्री तक को स्वयं तिरपाल बांधकर डीजी को ढंकना पड़ा। यह दृश्य न केवल अफसरों की सक्रियता दिखाता है, बल्कि वन विभाग की लचर व्यवस्था को भी उजागर करता है।
वीवीआईपी कार्यक्रम को लेकर भी वन विभाग द्वारा किसी प्रकार की विशेष तैयारी नहीं की गई, जिससे आयोजन की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि अगर समय रहते समन्वय और जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाती, तो ऐसी स्थिति नहीं बनती।
अब तीन दिन तक मैनपाट में रहने वाले नेताओं के लिए सुविधाएं सुनिश्चित करना बड़ी चुनौती बन गई है, जिसमें बिजली विभाग अपनी तरफ से पूरी मुस्तैदी दिखा रहा है।