
सरगुजा / छत्तीसगढ़ का शिमला कहलाने वाला मैनपाट प्राकृतिक सौंदर्य के लिए देशभर में प्रसिद्ध है, लेकिन अब यह इलाका अवैध खनन और पर्यावरणीय अनियमितताओं के चलते सुर्खियों में आ गया है। सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने मैनपाट में चल रही अवैध बॉक्साइट खदानों पर बड़ी कार्रवाई की है।
7 से 9 जुलाई तक मैनपाट में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय मंत्री, सांसद एवं विधायक प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों के सिलसिले में दौरे पर पहुंचे विधायक रामकुमार टोप्पो ने क्षेत्र की स्थिति का गहन निरीक्षण किया। इसी दौरान उन्होंने केसरा और पथराई में संचालित दो बॉक्साइट खदानों का जायजा लिया, जहां गंभीर अनियमितताएं सामने आईं।
विधायक का बड़ा एक्शन: दो खदानों पर ताले के आदेश
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि इन खदानों में सीएमडीसी की गाइडलाइनों का उल्लंघन हो रहा था। न मजदूरों को समय पर मजदूरी दी जा रही थी और न ही घायल श्रमिकों को उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही थी। इसके अलावा कई जगहों पर बिना परमिट के अवैध खनन भी जारी था।
सबसे गंभीर बात यह रही कि खनन के बाद क्षेत्र की पुनर्भरण प्रक्रिया (मिट्टी भरने और समतलीकरण) भी नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए विधायक टोप्पो ने खनन क्षेत्र के अधिकारियों को सख्त फटकार लगाई और तत्काल प्रभाव से दोनों खदानों को बंद करने के निर्देश दिए।
जनता में संतोष, प्रशासन में हलचल
विधायक की इस त्वरित कार्रवाई से क्षेत्रीय जनता में संतोष का माहौल है, वहीं संबंधित विभागों में हड़कंप मच गया है। मैनपाट जैसे संवेदनशील पर्यटन क्षेत्र में अवैध खनन से पर्यावरण को जो खतरा हो रहा था, उसे देखते हुए यह निर्णय महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस कार्रवाई के बाद किस प्रकार आगे की कार्यवाही करता है और मैनपाट की खूबसूरती को बनाए रखने की दिशा में कौन-कौन से ठोस कदम उठाए जाते हैं।